What is Section 307 of IPC and what is the provision of punishment and penalties

आईपीसी  की धारा 307  क्या है और सजा व जुर्माने का क्या प्रावधान है

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दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं आईपीसी 307 के बारे में यह आईपीसी 307 क्या है .  किन लोगों पर लगाई जाती है और इस में कितनी सजा का प्रोविजन किया गया है…

What is Section 307 of IPC and what is the provision of punishment and penalties

1. आईपीसी (  इंडियन पेनल कोड )

इंडियन पैनल कोड भारत में ब्रिटिश काल में 1807  में लागू हुआ था और उसके बाद से इसमें काफी बड़े-बड़े बदलाव हुए हैं .  अगर मैं आपको आसान से शब्दों में बताव की IPC इंडियन पैनल कोड क्या है , तो आप इसको ऐसे समझ सकते हैं IPC एक बुक है, जिसमें लिखा गया है कि कौन सा काम कौन सा क्राइम कहलाएगा और उस क्राइम को करने पर कितनी सजा दी जाएगी |

आम आदमी के लिए आईपीसी की धारा 307, 308, 323, 324, 325, 326 को जानना है बहुत जरुरी!

What is Section 307 of IPC and what is the provision of punishment and penalties

2. आईपीसी की धारा 307 क्या है?

आईपीसी 307 क्या है –  अगर कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति पर जानलेवा हमला करता है और उस हमले में दूसरे व्यक्ति  की जान नहीं जाती है , तो पहले व्यक्ति पर आईपीसी 307 लगाया जाता है . दोस्तों में आपको आसान से लफ्जों में बताता हूं अगर कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को जान से मारने की कोशिश करता है और उस हमले में दूसरे व्यक्ति की जान नहीं जाती है ,  तो पहले व्यक्ति पर अटेंप्ट टू मर्डर यानी जान से मारने की कोशिश का चार्ज लगता है , जो कि आईपीसी 307 के अंदर आता है . आईपीसी 307 में इसको डिफाइन किया गया है |

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3. सजा का प्रावधान

IPC 307 में कितनी सजा का प्रावधान  किया गया है – अगर कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति पर जानलेवा हमला करता है और उस हमले में दूसरे व्यक्ति की जान नहीं जाती है , तो ऐसे मामले में आरोपी को 10 साल तक की सजा सुनाई जाती है  | लेकिन जिस पर हमला किया गया है अगर वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है , तो फिर ऐसे मामलों में उम्र कैद तक की सजा हो सकती है |

4. जुर्माने का प्रावधान

आईपीसी 307 में सजा के साथ साथ ही जुर्माने का भी  प्रोविजन किया गया है |

5. जमानत का प्रावधान

आईपीसी 307  Non cognizable  offense है , यानी इसमें आपको पुलिस स्टेशन से Bail नहीं मिल सकती है | इसमें आपको डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से और अगर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से बेल रिजेक्ट हो जाती है ,  तो हाई कोर्ट केस में आप को बेल मिल सकती है |

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तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपने जाना कि आईपीसी 307 क्या है और इसमें कितनी सजा का प्रोविजन किया गया है | अगर आप सभी को आज का पोस्ट अच्छा लगा हो तो लाइक करिए और अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर जरूर करें धन्यवाद |

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Credit : ISHAN LLB