प्रस्तावना (Introduction
SSC CGL Exam 2025 के लिए कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने हाल ही में अभ्यर्थियों के लिए कई महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की है। आयोग ने यह निर्णय उन तकनीकी और प्रशासनिक समस्याओं के कारण लिया है जो जुलाई-अगस्त के बीच हुए Selection Post phase 13 जैसे पिछले अभियानों के दौरान सामने आई थीं। अब यह परीक्षा एक ही शिफ्ट (single shift) में आयोजित की जाएगी, और परीक्षा केंद्र उम्मीदवारों के घर से अधिकतम 100 किलोमीटर के दायरे में आवंटित किए जाएंगे।
—SSC CGL Exam 2025 Single Shift – एक शिफ्ट में परीक्षा की वजह और लाभ
SSC के चेयरमैन एस. गोपालकृष्णन ने बताया कि अप्रैल-जुलाई की परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ियाँ, जैसे Computer हैंग होना, माउस का काम न करना, और आधार Verification में देरी, छात्रों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। इन चुनौतियों का सामना करने के बाद आयोग ने निर्णय लिया की SSC CGL Exam को अब एक ही shift में आयोजित किया जाएगा ताकि सभी उम्मीदवार समान प्रश्न पत्र और समय सीमा में परीक्षा दें, जिससे निष्पक्षता और गुणवत्ता में सुधार हो सके ।
लाभ
समान शर्तों में सभी अभ्यर्थियों का मूल्यांकन।
मूल्यांकन में न्यूनतम पारदर्शिता और असमानता।
संचालन में अधिक नियंत्रण और प्रणालीगत मजबूती।
— SSC CGL Exam 2025 – परीक्षा केंद्र केवल 100 km के दायरे में
SSC ने स्वीकार किया कि पिछले मॉडल में उम्मीदवारों को कई बार 500 किमी या उससे अधिक दूरी पर केंद्र आवंटित हो जाते थे, जिससे यात्रा का बोझ, समय, और खर्च काफी बढ़ जाता था। अब SSC CGL Exam 2025 में यह सुधार किया गया है कि 90% से अधिक उम्मीदवारों को उनके घर से 100 किमी के भीतर ही परीक्षा केंद्र मिले ।
लाभ
यात्रा समय, तनाव और लागत में कमी।
बेहतर अभ्यर्थी सुविधा और मानसिक तैयारी में सुधार।
— SSC CGL Exam 2025 – Vendor Restructuring और एजेंसियों का विभाजन
तकनीकी समस्याओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए SSC ने परीक्षा संचालन की जिम्मेदारियों को चार अलग-अलग एजेंसियों में बांटने का निर्णय लिया है: एक केंद्र प्रबंधन के लिए, एक सुरक्षा व्यवस्था के लिए, एक आवेदन-प्रबंधन के लिए, और एक प्रश्न-पत्र निर्माण के लिए। आयोग अब प्रश्न-पत्र की गुणवत्ता पर सीधे देखरेख करेगा ।
लाभ
स्पष्ट कार्य विभाजन और जवाबदेही।
प्रत्येक एजेंसी अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभा सकेगी।
सुधारात्मक निरीक्षण और प्रबंधन में पारदर्शिता बढ़ेगी।
— SSC CGL Exam 2025 – (शिफ्ट-वार मूल्यांकन)
एक शिफ्ट में परीक्षा होने के बावजूद, अगर कभी भविष्य में बहु-शिफ्ट मॉडल लागू होता है, तो अब शिफ्ट-वार न्यूर्मलाईजेशन की व्यवस्था लागू की जाएगी। इससे शिफ्ट के आधार पर पेपर की कठिनाई में अंतर के बावजूद हर शिफ्ट का मूल्यांकन एक समान होगा और असमानता से बचा जा सकेगा ।
लाभ
प्रत्येक शिफ्ट का मूल्यांकन अपनी कठिनाई के संदर्भ में निष्पक्ष होगा।
अन्यतम शिफ्टों की तुलना पूरे समूह से नहीं, बल्कि उसी शिफ्ट से की जाएगी।
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— SSC CGL Exam 2025 – Exam Date Updates और नोटिफिकेशन
SSC CGL Exam 2025 का Tier-1 परीक्षा अब अगस्त के स्थान पर सितंबर 2025 के पहले सप्ताह में आयोजित किया जाएगा, जबकि Tier-2 (मेन) परीक्षा संभवतः दिसंबर 2025 में आयोजित होगी ।
महत्वपूर्ण तिथियाँ (सार)
विवरण तारीख / अवधि
नोटिफिकेशन जारी होना 9 जून – 4 जुलाई 2025
Tier-1 परीक्षा (पहले शेड्यूल) 13–30 अगस्त (स्थगित)
नई Tier-1 परीक्षा तिथि सितंबर 2025 के पहले सप्ताह
Tier-2 (मेन) परीक्षा दिसंबर 2025 (संभावित)
SSC CGL Exam 2025 – Sliding Scheme (वेटिंग लिस्ट का विकल्प)
SSC ने एक और सुधार योजना प्रस्तावित की है—“Sliding Scheme”। इस योजना के तहत, अगर चयनित उम्मीदवार मुख्य सूची से नहीं जुड़ते, तो वेटिंग लिस्ट (sliding list) के उम्मीदवारों को नियुक्त किया जा सकेगा। इससे विज्ञापित रिक्त पदों की रिक्तता दूर होगी ।
ला
सभी रिक्त पदों को भरा जा सकेगा।
भर्ती प्रक्रिया में निष्क्रियता और रिक्त पदों की समस्याओं से निपटा जा सकेगा।
— SSC CGL Exam 2025 – पृष्ठभूमि और विरोध-प्रदर्शन
SSC CGL Exam 2025 से जुड़े पिछले विवादों की पृष्ठभूमि भी महत्वपूर्ण है। जुलाई 2025 में भर्ती प्रणाली में अचानक बदलावों और तकनीकी गड़बड़ियों के कारण उम्मीदवारों और शिक्षकों ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किए, जिनमें पुलिस हस्तक्षेप और एफआईआर की स्थिति बनी ।
यह सार्वजनिक दबाव और प्रदर्शन SSC सुधारों को लागू करने में निर्णायक कारक रहे। आयोग के अनुसार, इन सुधारों का उद्देश्य भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचना और भर्ती प्रणाली में भरोसा कायम रखना है।
निष्कर्ष (Conclusion)
SSC CGL Exam 2025 के लिए ये सुधार एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करते हैं जो:
समान और निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित करते हैं (single shift, shift-wise normalisation)
केंद्रों की दूरी कम करते हैं (within 100 km)
प्रबंधन को जवाबदेह और पारदर्शी बनाते हैं (vendor restructuring, sliding scheme)
रिक्तियों को भरने में मदद करते हैं (sliding scheme)
सभी विवादों और तकनीकी असफलताओं पर प्रतिक्रिया स्वरूप हैं