कंप्यूटर के हर बटन पर अक्सर होता है लेकिन स्पेस बार पर क्यों नहीं होता ?
दोस्तों कंप्यूटर का कीबोर्ड टाइपराइटर के कीबोर्ड पर आधारित है. पर इसके फंक्शन ज्यादा है और इसके लिए अलग से निशान हैं | टाइपराइटर में भी स्पेस बार सबसे नीचे होता था जो कि शब्दों के बीच ब्लेंक यानी खाली स्पेस के लिए इसका इस्तेमाल होता था. इसलिए उस पर कुछ भी लिखने की जरूरत नहीं थी | शुरुआती मशीनों में यह बार काफी लंबा होता था. पूरे कीबोर्ड की चौड़ाई वाला | कंप्यूटर में सबसे नीचे कंट्रोल फंक्शन और Windows के अलावा नेविगेशन बटन भी आ गए हैं इसलिए स्पेस बार छोटा होता जा रहा है. #EducationHouse Question Answer
दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है? आप हर रोज इस मोमबत्ती का इस्तेमाल अपने घर को रोशन करने के लिए करते हैं, उस मोमबत्ती का आविष्कार कैसे हुआ था | अगर आपको नहीं पता तो चलिए आज हम आपको बता देते रहें है. दरअसल मोमबत्ती पुरानी मसालों का एक एडवांस वर्जन है. या यूं कहें की मोमबत्ती मसालों का एक सुधरा हुआ रूप है | पुराने राजमहलों में सेंड लेयर कैंडल लगाने के लिए ही थे. सबसे पुरानी मोमबत्ती का उल्लेख ईसा से 200 साल पहले चीन में मिलता है | जब मोमबत्ती का आविष्कार नहीं हुआ था तब इसका निर्माण व्हेल के चर्बी से किया जाता था। उसके बाद यूरोप में प्राकृतिक वसा, तेल, और मोम से इसका निर्माण किया जाने लगा। रोम में मोम की अत्यधिक लागत के कारण तेल से इसका निर्माण होता था जिसे आज हम मोमबत्ती कहते हैं इसकी खोज 1830 में की गई थी. EducationHouse Question Answer
दोस्तों अंटार्कटिका के होने की संभावना करीब 2000 साल पहले से ही थी. जिसे टेरा ऑस्ट्रेलिया यानी दक्षिणी प्रदेश के नाम के एक काल्पनिक इलाके के रुप में जानते थे | यह भी माना जाता था की ऑस्ट्रेलिया का दक्षिणी इलाका दक्षिणी अमेरिका से जुड़ा है. यूरोपियन नक्शों में इस काल्पनिक भूमि का दर्शाना लगातार तब तक जारी रहा जब तक कि 1773 में ब्रिटिश अन्वेषक कैप्टन जेम्स कुक ने अपने दो जहाजों के साथ अंटार्कटिका सर्किल को पार करके उस संभावना को खारिज नहीं कर दिया पर जबरदस्त ठंड के कारण कैप्टन कुक को अंटार्कटिक के सागर तट से 121 किलोमीटर दूर से वापस लौटना पड़ा | इसके बाद सन 1820 में रूसी नाविकों ने अंटार्टिका को पहली बार देखा. उसके बाद कई नाविकों को इस बर्फानी जमीन को देखने का मौका मिला | 27 जनवरी 1820 को रुसी वेन फेबियेंन, गोतिलेब वेन, बेलिंगसेसैन और मिखाइल पेनोविच लाजरोव जो, अभियान की कप्तानी कर रहे थे अंटार्टिका की मुख्य भूमि के अंदर पानी पर 32 किलोमीटर तक गए थे और उन्होंने वहां बर्फीले मैदान देखे थे | प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार अंटार्कटिका की मुख्य भूमि पर पहली बार पश्चिम अंटार्कटिका में अमेरिकी सील शिकारी जॉन डेविस 7 फरवरी 1821 को उतरा था हालांकि कुछ इतिहासकार इसे सही नहीं मानते |
दोस्तों समुद्र की गहराई अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग होती है. सारी दुनिया के सागरों की औसत गहराई 12,100 फुट है | दुनिया में सबसे गहरा पश्चिम प्रशांत महासागर के मेरियाना ट्रेंच में है जिसे चैलेंजर डीप कहा जाता है इसकी गहराई को सबसे पहले 1875 में ब्रिटिश कोएचएमएस शैलेंद्र के नाविकों ने नापा था | दोस्तों इसकी गहराई 33,755 से 37,814 फुट के बीच है |